जनसंघ से भाजपा तक: भारतीय जनता पार्टी

जनसंघ से भाजपा तक

1951 में गठित जन्नत संघ से अलग होकर 6 अप्रैल, 1980 भारतीय जनता पार्टी की स्थापना. भाजपा कांग्रेस के बाद भारत की दूसरी प्रमुख राजनीतिक पार्टी है. यह संसद और विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व के मामले और प्राथमिक सदस्यता के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है. भाजपा एक दक्षिणा पंथी पार्टी है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ तारीख और संगठनात्मक संबंध है. आइए जानते हैं जनसंघ से भाजपा तक का सफर.
डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी

डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी


जनसंघ: भारतीय जनसंघ की स्थापना अक्टूबर 1951 में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की. 1952 में पहली आम चुनाव हुए. इस चुनाव में जन संघ ने हिस्सा लिया और 3 सीटें हासिल की. सैमसंग का राष्ट्रीय पार्टी के रूप में उदय हुआ.

अटल बने सांसद: 1957 के दूसरे लोकसभा चुनाव में जनसंघ को 4 सीटें मिली अटल बिहारी वाजपई पहली बार सांसद बने. 1962 में तीसरे लोकसभा चुनाव हुए. इस चुनाव में जनसंघ को बड़ी बढ़त मिली और 14 सीटों पर जीत दर्ज की. 1967 के लोकसभा चुनाव में जनसंघ ने एक बार फिर बड़ी छलांग लगाई. इस बार 35 सांसद जीत कर आए.
चुनाव के 1 साल बाद 1968 में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी का निधन हो गया. इसके बाद 1969 में अटल बिहारी वाजपेई भारतीय जन संघ के अध्यक्ष चुने गए. 1971 में पांचवी लोकसभा के चुनाव हुए भारतीय जनसंघ के 22 संसद जीत कर आए.
आपातकाल का दौरा: 1975 में इंदिरा गांधी के आपातकाल के फैसले के खिलाफ कई लोकतांत्रिक और राष्ट्रवादी राजनीतिक दल एक साथ आ गए. भारतीय जनसंघ और दूसरे कई दलों के इस महागठबंधन को जनता पार्टी का नाम दिया गया.
पहली बार आए सत्ता में: 1977 में छठी लोकसभा के लिए चुनाव हुए इस चुनाव में का करारी शिकस्त मिली. जनता पार्टी को 295 सीट मिली. मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री बने. जबकि अटल बिहारी वाजपेई विदेश मंत्री बने और आडवाणी को सूचना एवं प्रसारण मंत्री की जिम्मेदारी मिली. आंतरिक कलह के चलते 30 महीनों के भीतर ही जनता पार्टी का विघटन होगा. कई पार्टियों ने समर्थन वापस ले लिया. मुरारजी देसाई ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. जून,1979 मैं जो चरण सिंह ने पीएम पद की शपथ ली. कांग्रेस ने चरण सिंह को समर्थन का वादा किया लेकिन सदन में बहुमत साबित करने से पहले ही कांग्रेस मुकर गई. नतीजा यह हुआ कि जनवरी 1980 में फिर से चुनाव कराए गए.
जनता पार्टी के नाम पर लड़ा चुनाव: 1980 का आम चुनाव भारतीय जन संघ ने जनता पार्टी के नाम पर ही लड़ा. जनसंघ के साथ जनता पार्टी को महज 31 सीटों पर जीत मिली. कांग्रेसमें 353 सीटों के साथ सरकार बनाएं.

अटल बिहारी वाजपेई, narendra modi
अटल बिहारी वाजपेई/नरेंद्र मोदी

भाजपा का उदय:
  • सातवीं लोकसभा की करारी हार ने भाजपा को जन्म दिया. 6 अप्रैल 1980 को अटल बिहारी वाजपेई के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी का गठन किया गया. 1984 के अपने पहले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को महज 2 सीटें मिली. 1989 मैं 9 वीं लोकसभा के चुनाव में भाजपा ने बढ़त दर्ज की और85 सीटें जीती. भाजपा ने जनता दल का समर्थन देकर वीपी सिंह की सरकार बनवाई.
  • 1996 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और 161 सीटों पर जीत दर्ज की. अटल बिहारी वाजपेई के नेतृत्व में भाजपा की केंद्र में सरकार बनी लेकिन बहुमत न होने के कारण 13 दिनों में ही सरकार गिर गई.
  • 1998 में 181 सांसद जीत कर आए. अटल फिर प्रधानमंत्री बने. 13 महीने के अंदर ही यह सरकार भी 1 वोट से गिर गई और 1999 में फिर से चुनाव हुए. एक बार फिर अटल बिहारी वाजपेई देश के पीएम बने. 2004 और 2009 लोकसभा चुनाव में भाजपा को शिकस्त झेलनी पड़ी. 2014 लोकसभा चुनाव से 1 साल पहले राजनाथ सिंह को पार्टी का अध्यक्ष बनाया. पार्टी ने नरेंद्र मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा और पहली बार केंद्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी.
जनसंघ से भाजपा तक: भारतीय जनता पार्टी  जनसंघ से भाजपा तक: भारतीय जनता पार्टी Reviewed by Anukul Gyan on March 31, 2019 Rating: 5

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